जैन धर्म में महावीर जयंती का विशेष महत्व है, महावीर जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थंकर थे। इनका जन्मदिन बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
महावीर जयंती चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाई जाती है, ऐसे में इस साल यह जयंती 21 अप्रैल को रविवार के दिन मनाई जाएगी।
भगवान महावीर का जन्म 6वीं शताब्दी में रानी त्रिशला और राजा सिद्धार्थ के घर हुआ था। महावीर का जन्म बिहार राज्य के वैशाली में हुआ था।
महावीर जयंती के दिन भगवान महावीर की प्रतिमा के साथ जुलूस निकाला जाता है और धार्मिक गीत गाए जाते हैं।
महावीर जयंती का शुभ मुहूर्त 20 अप्रैल को रात 10 बजकर 41 मिनट पर शुरू होकर 22 अप्रैल को 1 बजकर 11 मिनट पर होगा।
महावीर स्वामी ने 30 वर्ष की आयु में सांसारिक मोहमाया छोड़कर आध्यात्मिक जीवन में प्रवेश किया था। महावीर स्वामी ने अपने जीवन में कई सिद्धांत दिए हैं।
महावीर स्वामी ने पांच संस्कारों के बारे में बताया है, महावीर ने अपने जीवन में अहिंसा, सत्य, ईमानदारी, ब्रह्माचर्य और गैर जरूरी चीजों से दूरी का सिद्धांत दिया है।
महावीर स्वामी ने जो सिद्धांत दिए हैं, वो आज भी काफी प्रासंगिक हैं। ये सिद्धांत अपनाकर व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है।
महावीर जयंती 21 अप्रैल को मनाई जा रही है, ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com