बुद्ध पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है, इस दिन गौतम बुद्ध का जन्मदिन हुआ था, इसलिए इसे गौतम बुद्ध की जयंती के रूप में मनाया जाता है।
इस दिन गौतम बुद्ध की शिक्षाओं का पालन किया जाता है और उनकी पूजा की जाती है। बुद्ध पूर्णिमा को एशिया के अन्य देशों में मनाया जाता है।
इस साल बुद्ध पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त 22 मई को शाम 6 बजकर 47 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 23 मई को शाम 7 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, बुद्ध पूर्णिमा 23 मई को मनाई जाएगी।
गौतम बुद्ध का जन्म नेपाल के लुंबिनी में हुआ था, गौतम बुद्ध ने 35 साल की उम्र में निर्वाण प्राप्त कर लिया था।
बुद्ध पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर घर के मंदिर की साफ-सफाई करें, पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
वहीं इस दिन घर में गंगाजल से छिड़काव करना चाहिए, भक्त घर को फूलों से सजाते हैं और मोमबत्ती व दीपक जलाते हैं।
बुद्ध पूर्णिमा के दिन मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाना चाहिए, इसके लिए कुमकुम और हल्दी का इस्तेमाल करें। इसके अलावा इस दिन बोधिवृक्ष पर दूध डाला जाता है।
इस दिन जरूरतमंद लोगों को दान करना चाहिए, इसके लिए उन्हें भोजन और कपड़ों का दान करना चाहिए। वहीं इस दिन तामसिक भोजन से दूरी बनानी चाहिए।
बुद्ध पूर्णिमा के दिन ऐसे पूजा करनी चाहिए, धर्म और आध्यात्म से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com