कब है भौमवती अमावस्या? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि


By Amrendra Kumar Yadav11, Dec 2023 12:59 PMjagran.com

अमावस्या तिथि

अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है, वहीं मंगलवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को भौमवती अमावस्या कहा जाता है।

साल की आखिरी अमावस्या

साल 2023 की आखिरी अमावस्या मंगलवार को पड़ रही है, इसलिए इसे भौमवती अमावस्या कहा जा रहा है। मार्गशीर्ष महीने की अमावस्या 12 दिसंबर को पड़ रही है।

हनुमान जी की पूजा

इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से सभी कष्ट और बाधाएं दूर होती हैं, इसके साथ ही मंगल दोष के विपरीत प्रभाव खत्म होते हैं।

दूर होता है पितृदोष

इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से पितृ दोष दूर होता है और भक्तों पर हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है।

शुभ मुहूर्त

भौमवती अमावस्या का शुभ मुहूर्त 12 दिसंबर को सुबह 6 बजकर 24 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 13 दिसंबर को सुबह 5 बजकर 1 मिनट तक रहेगा।

स्नान और दान का विशेष महत्व

इस दिन स्नान और दान का विशेष महत्व है। इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए और गाय व कौए को भोजन कराएं।

कैसे करें पूजा?

इस दिन सुबह जल्दी उठें और घर,मंदिर की सफाई करें। इसके बाद स्नानादि के बाद हनुमान जी की पूजा करें।

लाल चंदन और लाल पुष्प करें अर्पित

इस दिन हनुमान जी के पास घी का दीपक जलाएं और लाल चंदन व लाल पुष्प अर्पित करें। इसके बाद लड्डू का भोग लगाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें।

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