सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व होता है। इस दिन शिव जी की पूजा करने से संकट दूर होते हैं। आइए जानते हैं कि प्रदोष व्रत पर क्या करने से मनोकामना पूरी होती है?
पंचांग के अनुसार, 23 जून 2025 को प्रदोष व्रत रखा जाएगा। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
पंचांग के अनुसार, कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 23 जून को देर रात 01 बजकर 21 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 23 जून को रात 10 बजकर 09 मिनट पर होगा।
कई काम ऐसे होते हैं, जिसे प्रदोष व्रत पर करना शुभ होता है। इससे जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होती हैं और साधक की मनोकामना पूरी होती है।
प्रदोष व्रत पर स्नान करने के बाद शिव का ध्यान करें। इस दौरान पूजा स्थल को साफ करके गंगाजल का छिड़काव करें। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी।
प्रदोष व्रत पर शिव जी की पूजा करते समय शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, भांग और चंदन अर्पित करें। इससे महादेव की कृपा प्राप्त होती है और तरक्की के रास्ते खुलते हैं।
शिव जी की कृपा पाने के लिए प्रदोष व्रत के दिन ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। इससे मन को शांति मिलती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
प्रदोष व्रत पर इन कामों को करने से साधक की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके साथ ही, कार्य में सफलता मिलती है और परिवार में बरकत होती है।
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