आमलकी एकादशी का व्रत बहुत पावन माना जाता है। हिंदुओं में एकादशी का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। यह दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है।
आमलकी एकादशी पर भक्त कठोर उपवास रखते हैं और विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं। फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि यानी 10 मार्च को एकादशी मनाई जाएगी।
आज हम आपको बताएंगे कि आमलकी एकादशी के दिन किन चीजों को भूल से भी नहीं खाना चाहिए? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें।
आमलकी एकादशी के दिन चावल न खाने की सलाह दी जाती है। विष्णु पुराण के अनुसार, इस तिथि पर चावल खाने से घर में दरिद्रता आती है।
दरिद्रता के साथ-साथ व्यक्ति का पुण्य समाप्त होता है। चावल को हविष्य अन्न (देवताओं का भोजन) कहा जाता है। ऐसे में देवी-देवताओं के प्रति सम्मान में चावल नहीं खाने चाहिए।
आमलकी एकादशी के दिन मांस, मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे अशुभ परिणाम मिल सकता है। आपके घर में कोई अनहोनी हो सकती है।
आमलकी एकादशी के दिन लहसुन, प्याज, मसूर दाल, शलजम, गोभी और पालक आदि का भी सेवन करने से बचना चाहिए। आप कंगाल हो सकते हैं।
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com