सनातन धर्म में एकादशी का विशेष महत्व होता है। इस दिन विष्णु जी की पूजा करने से जीवन में सकारात्मकता आती है। आइए जानते हैं कि आमलकी एकादशी पर क्या नहीं करना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, 10 मार्च को आमलकी एकादशी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन पूजा-पाठ करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
पंचांग के अनुसार, आमलकी एकादशी तिथि की शुरुआत 09 मार्च को रात 07 बजकर 45 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 10 मार्च को सुबह 07 बजकर 44 मिनट पर होगा।
कई काम ऐसे होते हैं, जिसे आमलकी एकादशी पर करना वर्जित माना जाता है। इन कामों को करने से जीवन में कंगाली का सामना करना पड़ता है।
एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते को तोड़ने से बचना चाहिए। इस दिन विष्णु जी को तुलसी के पत्ते चढ़ाने के लिए एक दिन पहले तोड़कर रख सकते हैं।
आमलकी एकादशी पर दिमाग में गलत विचार नहीं रखने चाहिए। इसके साथ ही, इस दिन किसी व्यक्ति के ऊपर क्रोध नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से वालों को शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती है।
आमलकी एकादशी पर तामसिक चीजें जैसे- मांस-मदिरा, लहसुन और प्याज को खाने से बचना चाहिए। इसे खाने से पूजा करने का फल नहीं मिलता है।
आमलकी एकादशी पर इन कामों को करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति कमजोर होने लगती है। इसके साथ ही, धन से जुड़ी अन्य समस्याएं होने लगती हैं।
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