पितरों को जल देते समय क्या बोलना चाहिए?


By Ashish Mishra18, Sep 2024 11:28 AMjagran.com

पितृ पक्ष 2024

हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व होता है। इस दौरान स्नान-दान और पितरों की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि पितरों को जल देते समय क्या बोलना चाहिए?

पितृ पक्ष की शुरुआत

पंचांग के अनुसार, इस बार पितृ पक्ष की शुरुआत 17 सितंबर 2024 से हो गई है। वहीं, इसका समापन 02 अक्टूबर को होगा।

पितरों को जल देना

पितृ पक्ष में पितरों को जल देना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और जीवन में आने वाली परेशानियां भी दूर होने लगती है।

इन मंत्रों का जाप करें

पितरों को जल देते समय ॐ पितृ गणाय विद्महे जगतधारिणे धीमहि तन्नो पित्रो प्रचोदयात् मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे पितरों का आशीर्वाद मिलता है।

पितरों को प्रसन्न करने का मंत्र

पितृ पक्ष के दौरान पितरों को जल देते समय ॐ देवताभ्य: पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च। नम: स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नम: मंत्र का जाप करने से पितृ प्रसन्न होते हैं।

इस लोटे उपयोग करें

पितरों को जल देने के लिए तांबे या कांसे के लोटे का उपयोग करना चाहिए। हाथ में जल, कुशा, अक्षत, पुष्प, और काले तिल लेकर पितरों का ध्यान करना चाहिए।

इस दिशा में मुख करें

पितरों को जल देते समय दक्षिण दिशा में मुख करना बेहद शुभ माना जाता है। इस दिशा में मुख करके जल देने से पितृ प्रसन्न होने लगते हैं।

पितृ दोष से छुटकारा

पितृ पक्ष में इन नियमों का पालन करने से व्यक्ति को पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही, कार्यों में आ रही रुकावट भी दूर होने लगती है।

पढ़ते रहें

पूजा-पाठ के दौरान मंत्र के बारे में जानने समेत अध्यात्म से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ