रविवार का दिन भगवान सूर्य की पूजा के लिए शुभ माना गया है। इस दिन का ज्योतिष शास्त्र में खास महत्व है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन जो साधक सूर्य देव की पूजा-अर्चना भाव के साथ करते हैं उन्हें शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
ऐसे में सुबह उठकर पवित्र स्नान करें। फिर भगवान सूर्य की पूजा विधिपूर्वक करें। भगवान के समक्ष घी का दीया जलाएं।
इसके बाद सूर्य चालीसा का पाठ करें। आरती से पूजा समाप्त करें। आइए सूर्य चालीसा का पाठ करते हैं ताकि जीवन में कभी कोई समस्या बाकी न रहें।
कनक बदन कुण्डल मकर,मुक्ता माला अङ्ग। पद्मासन स्थित ध्याइए,शंख चक्र के सङ्ग॥
भानु चालीसा प्रेम युत,गावहिं जे नर नित्य। सुख सम्पत्ति लहि बिबिध,होंहिं सदा कृतकृत्य॥
जय सविता जय जयति दिवाकर!।सहस्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!।सविता हंस! सुनूर विभाकर॥
विवस्वान! आदित्य! विकर्तन।मार्तण्ड हरिरूप विरोचन॥ अम्बरमणि! खग! रवि कहलाते।वेद हिरण्यगर्भ कह गाते
अगर आप जीवन में खुशहाली चाहते हैं तो सूर्य चालीसा का पाठ जरूर करें। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com