आज की तेज रफ्तार जिंदगी में देर रात तक मोबाइल पर स्क्रॉल करना, ओवरटाइम काम करना या फिल्में देखना आम बात हो गई है। शुरुआत में यह सामान्य लगता है, लेकिन लंबे समय तक देर रात सोने की आदत शरीर और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर गहरा असर डालती है। आइए जानें देर से सोने के 7 सबसे बड़े नुकसान।
देर से सोने पर दिमाग को पर्याप्त आराम नहीं मिलता, जिससे अगले दिन ध्यान लगाने में मुश्किल होती है। लंबे समय में यह याददाश्त कमजोर और सोचने-समझने की क्षमता कम कर सकता है।
विशेषकर महिलाओं में देर तक जागने से हार्मोनल बैलेंस बिगड़ सकता है, जिससे पीरियड्स अनियमित, हार्मोनल एक्ने और थकान जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
देर रात सोने से स्किन पर ग्लो कम होता है, चेहरे पर थकान दिखती है और डार्क सर्कल बन जाते हैं। लंबे समय में उम्र से पहले झुर्रियां भी दिखाई देने लगती हैं।
सोने का संबंध मूड कंट्रोल करने वाले हार्मोन से है। देर से सोने की आदत तनाव, बेचैनी, चिंता और गुस्सा बढ़ा सकती है और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है।
अपर्याप्त नींद से बॉडी में ऐसे हार्मोन बढ़ते हैं, जो बार-बार भूख लगाते हैं और मीठा-तेल वाला खाने का मन करते हैं। इससे मोटापा तेजी से बढ़ सकता है।
कम नींद से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और इससे हार्ट-रोगों का खतरा बढ़ जाता है। कार्डियोलॉजिस्ट के अनुसार, नींद की कमी दिल के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती है।
नींद शरीर को ठीक करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है। बार-बार देर रात सोने से शरीर संक्रमण, सर्दी-खांसी और वायरल बीमारियों का शिकार जल्दी होता है।
इन नुकसानों को जानते हुए, 12 बजे से पहले सोने की कोशिश करें। हेल्थ से जुड़ी तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ। All Images Credit: Canva