इन दिनों लोग तेजी से दिल से जुड़ी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। दिल से जुड़ी इन बीमारियों में हाई बीपी की समस्या भी शामिल है और अगर बीपी को कंट्रोल न किया जाए, तो हार्ट अटैक तक आ सकता है।
आज हम आपको पत्थरचट्टा खाने के तरीके के बारे में बताएंगे, ताकि आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रह सकें। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सके और आपका दिल भी हेल्दी रह सकें।
अगर हम पत्थरचट्टा की बात करें, तो यह आयुर्वेद में सदियों से इसका इस्तेमाल तरह-तरह की बीमारियों के इलाज में लिए किया जाता रहा है। यह कैंसर, डायबिटीज, फंगल इन्फेक्शन, सूजन और किडनी की पथरी जैसी कई गंभीर बीमारियों के लिए फायदेमंद है।
पत्थरचट्टा में एल्कलॉइड, फ्लेवोनोइड्स, ग्लाइकोसाइड्स, ट्राइटरपेंस, कार्डेनोलाइड्स, बुफैडिएनोलाइड्स, लिपिड और स्टेरॉयड, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, आयरन, कॉपर, जिंक, पोटेशियम, और कैल्शियम पाया जाता है।
आपको अगर अपना बीपी कंट्रोल में रखना है, तो इसके लिए आपको रोजाना पत्थरचट्टा का सेवन करना चाहिए। इसमें मौजूद पोटेशियम बीपी को कंट्रोल में रखने का काम करता है।
हाई बीपी को कंट्रोल में रखने के लिए आपको पत्थरचट्टा का रस डाइट में शामिल करना चाहिए। आप सुबह और शाम इसका सेवन करना चाहिए। आपको काफी आराम मिलेगा।
इन दिनों लोग तेजी से पेट से जुड़ी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। पेट को हेल्दी रखने के लिए आपको पत्थरचट्टा का सेवन करना चाहिए। इसमें फाइबर पाया जाता है।
हालांकि, आपको पत्थरचट्टा का सेवन करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसे आपको लिमिट में ही खाना चाहिए। ज्यादा खाने से आपकी सेहत खराब हो सकती है।
लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं। लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com