वास्तु शास्त्र में रसोई घर को सफलता और भाग्य का मुख्य केंद्र माना गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि रसोई घर में ही मां अन्नपूर्णा का वास होता है।
रसोई घर में वास्तु से जुड़ी छोटी गलती भी बड़े दुष्परिनाम का कारण बन सकती है। इसलिए व्यक्ति और खासकर गृहणियों को वास्तु शास्त्र में बताए गए कुछ विशेष नियमों का पालन करना चाहिए।
किचन में खाना बनाते समय इस बात का विशेष ध्यान कि आपका मुख पूर्व दिशा में हो और इसका भी ध्यान रखें कि चूल्हे का मूंह उत्तर दिशा में न हो।
रसोई घर में माता अन्नपूर्णा का वास होता है। ऐसे में खाना बनाने वाले स्थान की साफ-सफाई हमेशा रखें। इससे न केवल अन्न का भंडार बढ़ता है, बल्कि माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं।
रसोई घर में काले रंग की चीजों का इस्तेमाल कम करें। ऐसा इसलिए क्योंकि वास्तु शास्त्र में काले रंग को नकारात्मक उर्जा का प्रतीक माना जाता है।
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि सिंक के नीचे कूड़ेदान या कबाड़ को रखने से जीवन पर अशुभ प्रभाव पड़ता है। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा में बढ़ोतरी होती है।
इस बात का भी ध्यान रखें कि रसोई घर में झाड़ू न रखें। ऐसा करने से नकारात्मक उर्जा हावी हो जाती है और पारिवारिक जीवन में समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं।