अगर किचन को वास्तु के अनुसार नहीं बनाया जाता, तो ऐसे में न सिर्फ परिवार की सेहत पर असर पड़ता है।
इसके अलावा रोग, शोक और धन की बर्बादी का भी कारण बन सकता है।
वास्तुशास्त्र के नियमों के अनुसार जानें आपके किचन का सही स्वरूप क्या होना चाहिए।
वास्तुशास्त्र के अनुसार आपके घर का किचन दक्षिण-पूर्व की दिशा में होना चाहिए।
भोजन करते समय आपका मुख उत्तर-पूर्व दिशा में और डाइनिंग टेबल दक्षिण-पूर्व में होनी चाहिए।
माइक्रोवेव, मिक्सर या अन्य धातु उपकरण दक्षिण-पूर्व में तथा फ्रिज उत्तर-पश्चिम में रख सकते हैं। डस्टबिन किचन से बाहर होना चाहिए।
किचन को खुला-खुला और चौकोर होना चाहिए। इसके फर्श और दीवारों का रंग पीला, होना चाहिए।
रसोई घर में पूजा का स्थान और आस-पास बाथरूम या शौचालय बिल्कुल नहीं होना चाहिए।
वास्तु और ज्योतिष के अनुसार जहां किचन हो, भोजन वहीं करना चाहिए। इससे राहु और केतु का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है।