किसी भी रिश्ते को बर्बाद कर सकती हैं ये 3 चीजें


By Farhan Khan13, Mar 2024 06:12 PMjagran.com

आचार्य चाणक्य की नीतियां

आचार्य चाणक्य की नीतियां बरसों से लोगों को सही पथ पर चलने की प्रेरणा देती आ रही है। चाणक्य ने ऐसी कई बातें कही है जो आज के समय में सही साबित होती है।

पथ और जीवन में सफलता

इन अपनाकर सही पथ और जीवन में सफलता मिलने में मदद मिलती है। आचार्य चाणक्य ने रिश्तों को लेकर भी कुछ बातें कही है।

रिश्ता टूटना

कई बार ऐसा होता है हम किसी रिश्ते को संभाल नहीं पाते और किस्मत को दोष देने लगते हैं, लेकिन रिश्ते टूटने का कारण व्यक्ति खुद होता है।

रिश्ते टूटने की ये होती है वजह

ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि आचार्य चाणक्य के अनुसार रिश्ते टूटने की क्या-क्या वजह होती है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।

वहम या शक

आचार्य चाणक्य के अनुसार जब मन में वहम या शक का बीज उगने लगे तो सामने वाला व्यक्ति कितनी भी कोशिश करें रिश्ता बचा नहीं पाता।

जिद और अहंकार

जिद और अहंकार दोनों ही रिश्तों के सबसे बड़े दुश्मन है। अहंकारी व्यक्ति सामने वालों की बातों को तवज्जो नहीं देते।

व्यक्ति खो देना

ऐसा व्यक्ति सामने वाले को अपने से कम ही समझता है। वहीं जिद भी रिश्ते खराब करती है। अपनी जिद की वजह से अक्सर व्यक्ति सामने वाले को खो देता है।

मुकाबला करना

रिश्ते दो लोगों के बीच प्यार और विश्वास से चलते हैं। रिश्तों में मुकाबला नहीं होना चाहिए। मुकाबला करने से झगड़े बढ़ने लगते हैं।

अगर आपके रिश्ते में भी खटास आ रही है तो आचार्य चाणक्य की इन बातों पर ध्यान दें। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com