नींद में चलना सिर्फ एक अजीब आदत नहीं है, यह आपके स्वास्थ्य के लिए एक चेतावनी भी हो सकती है। आइए, नींद में चलने से जुड़ी संभावित स्वास्थ्य समस्याओं पर एक नजर डालें।
नींद में चलना और बेचैनी हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकती है। यह हृदय संबंधी बीमारियों का शुरुआती संकेत भी हो सकता है।
लगातार कम नींद लेने से मस्तिष्क और शरीर अस्थिर हो जाता है। इससे नींद में चलने और रात में अचानक उठने की आदत बन सकती है।
तनाव, चिंता, अवसाद और PTSD जैसी मानसिक बीमारियां नींद में चलने की प्रवृत्ति को बढ़ा सकती हैं। आपको संगीत, मेडिटेशन और थेरेपी से मदद मिल सकती है।
नींद में चलना अक्सर नींद की गहरी अवस्था में होने वाले विकार का संकेत हो सकता है। इससे रात भर नींद पूरी नहीं होती और दिन में थकान रहती है।
पार्किंसंस, भूलने की बीमारी या अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याओं वाले लोगों में नींद में चलने की आदत अधिक देखी जाती है। यह मस्तिष्क में न्यूरॉन्स के असंतुलन का संकेत हो सकता है।
हार्मोन असंतुलन या थायराइड की समस्या भी नींद में चलने की वजह बन सकती है। रात में बेचैनी और अनियमित नींद इसके संकेत हैं।
कुछ दवाएं, शराब या नशीले पदार्थ नींद के पैटर्न को बदल सकते हैं। नींद में चलना इनके साइड इफेक्ट के रूप में भी देखा जाता है।
सही देखभाल से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है। हेल्थ से जुड़ी तमाम खबरों को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ। All Images Credit: Canva