गरुड़ पुराण में मनुष्य के जन्म से लेकर मृत्यु तक का वर्णन किया गया है। आइए जानते हैं कि किन संकेतों से भूत-प्रेत की बाधाओं का पता लगाया जा सकता है?
कई लोगों के घरों में प्रेत बाधा होती है, लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं होता है। कई लोग इसे अननदेखा कर देते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि मनुष्य की तरह भूत-प्रेत को भी भोजन की आवश्यकता होती है। ये उन्हीं के घर में जाते हैं जो अशुभ कार्य किए रहते हैं।
गरुड़ पुराण के अनुसार जिस घर में बासी खाना रखना जाता है उस घर में भूत-प्रेत जल्दी आकर्षित होते हैं। इसलिए घर में ज्यादा समय तक बासी खाना नहीं रखना चाहिए।
घर को बाधाओं से मुक्त रखने के लिए साफ-सफाई रखनी चाहिए। इससे घर का वातावरण भी अच्छा बना रहता है।
श्रीकृष्ण कहते हैं कि जिस घर में व्रत, उपवास और दान जैसे धार्मिक कार्य नहीं होते हैं। उस घर में प्रेत की आत्मा का वास होता है।
अगर आपको सपने में घोड़ा, हाथी और बैल जैसे जानवर दिखाई दें और क्रोध में आपकी तरफ आक्रमण करें तो समझ जाओं घर में प्रेत बाधा है।
अगर कोई व्यक्ति खुद को जंजीरों में जकड़ा हुआ और घर वालों को प्यास से पीड़ित देखता है तो समझ जाओं की घर में प्रेत का वास है।
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