सनातन धर्म में शीतला अष्टमी का विशेष महत्व होता है। इस दौरान पूजा-पाठ करने से जीवन में खुशहाली आती है। आइए जानते हैं कि शीतला अष्टमी पर क्या करना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, उदया तिथि में 22 मार्च 2025 को शीतला अष्टमी मनाई जाएगी। इस दिन शीतला माता की पूजा करने का विधान होता है।
पंचांग के अनुसार, शीतला अष्टमी तिथि की शुरुआत 22 मार्च को सुबह 04 बजकर 23 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 23 मार्च को सुबह 05 बजकर 23 मिनट पर होगा।
कई काम ऐसे होते हैं, जिसे शीतला अष्टमी पर करना शुभ होता है। इन उपायों को करने से जीवन में तरक्की के रास्ते खुल जाते हैं।
शीतला अष्टमी पर पूजा करते समय मां शीतला को कुमकुम, रोली, अक्षत और लाल रंग के फूल अर्पित करें। इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
शीतला अष्टमी पर पूजा करते समय बासी पूड़ी-हलवे का भोग लगाना चाहिए। इससे आरोग्य की प्राप्ति होती है और मनोकामना पूरी होती है।
शीतला अष्टमी पर पूजा करते समय ॐ ह्रीं श्रीं शीतलायै नमः मंत्र का जाप करें। इससे जीवन में आने वाली परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
शीतला अष्टमी पर गरीब और जरूरतमंद लोगों को धन, वस्त्र और खाने-पीने की चीजें दान करना चाहिए। इससे जीवन में तरक्की होती है।
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