शनिदेव की शुभ कृपा पाने के लिए शनिवार का दिन सबसे उत्तम माना गया है। इस दिन शनि मंदिर में शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएं। ऐसा करने से व्यक्ति को बहुत लाभ मिलेगा।
शनिदेव के दस नामों का जाप शनिदोष से मुक्ति के लिए बहुत सहायक होते है। दस नाम इस प्रकार है- कोणस्थ, पिंगल, बभ्रु, कृष्ण, रौद्रान्तक, यम, सौरि, शनैश्चर, मंद, पिप्पलाश्र।
प्रत्येक शनिवार के दिन पीपल के पेड़ को जल चढ़ाने से और दीया जलाने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है। ऐसा करने से शनि दोष के प्रभाव कम हो जाते हैं।
शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए प्रत्येक शनिवार के दिन बजरंगबली के दर्शन करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शिव चालीसा का पाठ सबसे उपयोगी उपाय है। पत्येक शनिवार के दिन शनि देव के मंत्रों के साथ-साथ शिव चालीसा का पाठ जरूर करें।
शनिवार के शनि स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति को बहुत लाभ मिलता है। इसके साथ आप इस दिन काली चिड़िया खरीदकर उसे दोनों हाथों से आसमान में स्वतंत्र छोड़ दें।
शनिवार के दिन सवा सौ ग्राम काली उड़द की दाल पीसकर आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को खिलाएं और 7 शनिवार तक चीटिंयों को काले तिल, आटा, शक्कर मिलाकर खिलाएं।