Vaishakh Amavasya 2024: बन रहे ये 4 मंगलकारी संयोग, आएगी खुशहाली


By Farhan Khan27, Apr 2024 07:00 PMjagran.com

अमावस्या का महत्व

हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन अमावस्या पड़ती है। वैशाख माह में अमावस्या 08 मई को है। सनातन धर्म में अमावस्या एवं पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है।

आस्था की डुबकी लगाना

इस दिन साधक गंगा समेत पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगाते हैं। साथ ही भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है।

गरुड़ पुराण

गरुड़ पुराण में निहित है कि पितरों का तर्पण करने से जातक को पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही पितरों के आशीर्वाद से जातक को जीवन में सभी प्रकार की खुशियां प्राप्त होती हैं।

सौभाग्य योग का निर्माण

वैशाख अमावस्या पर दुर्लभ सौभाग्य योग का निर्माण हो रहा है। इन योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी। आइए जानें।

शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, वैशाख अमावस्या 07 मई को सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 08 मई को सुबह 08 बजकर 51 मिनट पर समाप्त होगी।

शुभ योग

ज्योतिषियों की मानें तो वैशाख अमावस्या पर सर्वप्रथम सौभाग्य योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का समापन शाम 05 बजकर 41 मिनट तक है।

सर्वार्थ सिद्धि योग

इसके बाद शोभन योग का संयोग बन रहा है। इसी दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण दोपहर 01 बजकर 33 मिनट से हो रहा है।

शिववास का योग

इस समय में स्नान-ध्यान करने से साधक को पुण्यकारी लाभ प्राप्त होगा। इसके साथ ही वैशाख पूर्णिमा पर शिववास का भी योग बन रहा है।

इस समय में भगवान शिव का अभिषेक कर सकते हैं। कालसर्प दोष का निवारण कर सकते हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com