पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन वर्ष 2022 का अंतिम एकादशी व्रत रखा जाएगा। जिसे सफला एकादशी के नाम से जाना जाएगा।
सफला एकादशी पर व्यक्ति को कुछ ऐसे कार्यों से बचना चाहिए, जिनसे भगवान विष्णु क्रोधित हो सकते हैं। आइए जानते हैं वह सभी कार्य जिन्हें एकादशी व्रत के दिन नहीं करना चाहिए।
पंचांग के अनुसार पौष कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारम्भ 19 दिसंबर को सुबह 03 बजकर 32 मिनट पर होगा और इसका समापन अगले दिन सुबह 02 बजकर 32 मिनट पर होगा।
शास्त्रों में बताया गया है कि व्यक्ति को सफला एकादशी के दिन तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि इस दिन प्याज, लहसुन का सेवन करने से पूजा का उचित फल प्राप्त नहीं होता है।
एकादशी व्रत के दिन व्यक्ति को किसी से भी वाद-विवाद नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से भी भगवान विष्णु क्रोधित हो सकते हैं और व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
शास्त्रों के अनुसार एकादशी के दिन बाल व नाखून काटना अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि ऐसा करने से धन की हानि होती है और ग्रह दोष का खतरा भी उत्पन्न हो सकता है।
एकादशी के दिन चावल के सेवन पर मनाही है। इसका दुष्परिणाम व्यक्ति को अगले-जन्म में भोगना पड़ता है। साथ ही इस दिन घर में झाड़ू के इस्तेमाल पर भी पाबंदी है।