सनातन धर्म में शनि जयंती को एक खास पर्व के रूप में मनाया जाता है। यह हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है।
इस दिन शनिदेव की विधि-विधान से पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही घर में सुख-शांति बनी रहती है।
ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि ग्रह दोष से छुटकारा पाने के लिए आप क्या कर सकते हैं। आइए इसके बारे में जानें।
भगवान शिव और शनि की कृपा पाने के लिए शनि जयंती पर कौवों को रोटी देनी चाहिए। कौए को सूर्यपुत्र शनि का वाहन कहा जाता है।
यह उन्हें बेहद प्रिय भी है। शनि जयंती के दिन कौवों को रोटी खिलाएं और उनके लिए एक कटोरा पानी भरकर रखें।
शनि जयंती के दिन अपने घर की छत के दरवाजे पर काले कपड़े में कपूर बांधकर लटका दें। फिर सूर्यास्त का इंतजार करें और इसे जला दें।
शनि जयंती के एक दिन पहले एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर रख लें। इसके बाद उस तेल में कुछ काले तिल डालें और उसे शमी के पेड़ के पास रख दें।
फिर शनि जयंती पर उसी तेल का दीपक जलाएं। इस प्रकार जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
ये उपाय बेहद ही शक्तिशाली माने जाते हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com