सावन महीने के हर मंगलवार को यह व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। भक्तगण इस दिन व्रत का पालन भी करते हैं।
इस दिन विवाहित स्त्रियां व्रत का पालन करती हैं। व्रत का पालन करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और मनचाहे फलों की प्राप्ति होती है।
मंगला गौरी व्रत का पालन करने से अविवाहित लड़कियों को मनचाहा वर मिलता है। इसके लिए इस दिन इन मंत्रों का जाप करें।
मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः। मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥
हे गौरि शंकरार्धांगि यथा त्वं शंकरप्रिया। मां कुरु कल्याणि कान्तकातां सुदुर्लभाम्॥
ॐ शं शंकराय सकल जन्मार्जित पाप विध्वंस नाय पुरुषार्थ चतुस्टय लाभाय च पतिं मे देहि कुरु-कुरु स्वाहा ।।
ॐ श्रीं वर प्रदाय श्री नमः शीघ्र विवाह के लिए लड़कियां इस मंत्र का जाप करें।
क्लीं कृष्णाय गोविंदाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा।
मंगला गौरी व्रत के दिन इन मंत्रों का जाप करने से मनचाहा वर मिलता है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें JAGRAN.COM