हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार, परशुराम जयंती बेहद अहम मानी जाती है। इस बार यह जयंती 29 अप्रैल को मनाई जाएगी। परशुराम जयंती हर साल वैशाख माह के शु्कल पक्ष की तृतीया तिथि को होती है।
परशुराम जयंती के दिन भगवान परशुराम के साथ-साथ मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। ऐसा करने से जीवन में सुखों का आगमन होता है और आर्थिक स्थिति भी अच्छे होने लगती है।
आज हम आपको एक ऐसे काम के बारे में बताएंगे, जिसे परशुराम जयंती वाले दिन करने से व्यक्ति की फूटी किस्मत चमक सकती है। आइए इस काम के बारे में विस्तार से जानें।
परशुराम जयंती वाले दिन आपको परमेश्वर स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। इससे किस्मत का ताला खुलने के साथ-साथ व्यक्ति के अच्छे दिन शुरू हो जाते हैं।
त्वमेकः शुद्धोऽसि त्वयि निगमबाह्या मलमयं, प्रपञ्चं पश्यन्ति भ्रमपरवशाः पापनिरताः। बहिस्तेभ्यः कृत्वा स्वपदशरणं मानय विभो, गजेन्द्रे दृष्टं ते शरणद वदान्यं स्वपददम्॥
न सृष्टेस्ते हानिर्यदि हि कृपयातोऽवसि च मां, त्वयानेके गुप्ता व्यसनमिति तेऽस्ति श्रुतिपथे। अतो मामुद्धर्तुं घटय मयि दृष्टि सुविमलां, न रिक्तां मे याच्ञां स्वजनरत कर्तुं भव हरे॥
कदाहं भो स्वामिन्नियतमनसा त्वां हृदि, भजन्नभद्रे संसारे ह्यनवरतदुःखेऽतिविरसः। लभेयं तां शान्तिं परममुनिभिर्या ह्यधिगता, दयां कृत्वा मे त्वं वितर परशान्तिं भवहर॥
विधाता चेद्विश्वं सृजति सृजतां मे शुभकृतिं, विधुश्चेत्पाता मावतु जनिमृतेर्दुःखजलधेः। हरः संहर्ता संहरतु मम शोकं सजनकं, यथाहं मुक्तः स्यां किमपि तु तथा ते विदधताम्॥
आपको परशुराम जयंती वाले दिन परमेश्वर स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com