माता लक्ष्मी की पूजा के लिए शुक्रवार का दिन समर्पित है। कहा जाता है जिसपर मां लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं, उसके जीवन में कभी दरिद्रता का वास नहीं रहता है।
ऐसे में आज हम मां लक्ष्मी की असीम कृपा पाने के लिए महालक्ष्मी स्तोत्र के साथ-साथ उनकी पूजा विधि आपको बताएंगे, जिसके पाठ से आपके घर में कभी पैसों की कमी नहीं रहेगी।
नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते। शंखचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
नमस्ते गरुडारूढे कोलासुरभयंकरि। सर्वपापहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
सर्वज्ञे सर्ववरदे देवी सर्वदुष्टभयंकरि। सर्वदु:खहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
सिद्धिबुद्धिप्रदे देवि भुक्तिमुक्तिप्रदायिनि। मन्त्रपूते सदा देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
आद्यन्तरहिते देवि आद्यशक्तिमहेश्वरि। योगजे योगसम्भूते महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
स्थूलसूक्ष्ममहारौद्रे महाशक्तिमहोदरे। महापापहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।
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