Jyeshtha Amavasya पर करें इस स्तोत्र का पाठ, दूर होंगे सारे संकट


By Ashish Mishra19, May 2025 11:35 AMjagran.com

Jyeshtha Amavasya 2025

सनातन धर्म में ज्येष्ठ अमावस्या का विशेष महत्व होता है। आइए जानते हैं कि इस दिन किस स्तोत्र का पाठ करने से संकट दूर होते हैं?

ज्येष्ठ अमावस्या कब है?

पंचांग के अनुसार, 26 मई 2025 को ज्येष्ठ अमावस्या मनाई जाएगी। ज्येष्ठ माह में बड़ा मंगल जैसे पर्व भी पड़ते हैं। इस माह में पूजा-पाठ करने का विधान होता है।

ज्येष्ठ अमावस्या शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ अमावस्या तिथि की शुरुआत 26 मई को दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से होगी। वहीं, इसका समापन 27 मई को सुबह 8 बजकर 31 मिनट पर होगा।

दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र का पाठ करें

ज्येष्ठ अमावस्या पर दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र का पाठ करना शुभ होता है। इससे जीवन में सुख-शांति का आगमन होता है।

संकट से छुटकारा

दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र का पाठ करने से जीवन में आने वाले संकट दूर होने लगते हैं। इसके साथ ही, बिगड़े हुए काम भी बनने लगते हैं।

कर्ज से छुटकारा

ज्येष्ठ अमावस्या पर इस स्तोत्र का पाठ करने से कर्ज से छुटकारा मिलने लगता है। वहीं, रुके हुए धन भी वापस मिलने लगते हैं।

परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन

गृह क्लेश का सामना करने वाले लोगों को ज्येष्ठ अमावस्या पर दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। इससे परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

आर्थिक स्थिति होगी मजबूत

धन की कमी का सामना करने वाले लोगों को ज्येष्ठ अमावस्या पर इस स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। इससे आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगती है।

पढ़ते रहें

पूजा-पाठ करने का विधि को जानने समेत अध्यात्म से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ