सावन के पवित्र महीने में भगवान शिव पूजा की जाती है। यह भोलेनाथ का प्रिय माह होता है। आइए जानते हैं कि इस महीने में मीट और अल्कोहल का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए।
सावन में कई लोग मीट और अल्कोहल का सेवन करना छोड़ देते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस महीने में ऐसा करना ठीक नहीं होता है।
ऐसा कहा जाता है कि सावन में मीट और अल्कोहल का सेवन करने से भविष्य में कई समस्याएं आती है। व्यक्ति को भविष्य में दुखों का सामना करना पड़ सकता है।
साइंस के अनुसार सावन में मीट और अल्कोहल का सेवन कम या नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से शरीर में कई तरह का विकार उत्पन्न हो सकता है।
सावन को प्रजनन का महीना माना जाता है। इस माह में प्रेग्नेंट जीवों को खाने से शरीर को नुकसान हो सकता है।
सावन के महीने में आसमान में बादल छाए रहने के कारण धूप नहीं निकलती है। जिसके चलते पाचन शक्ति प्रभावित हो सकता है।
सावन में बारिश के चलते जीवों में संक्रामक बीमारियां फैलने लगती हैं। ऐसे में जीवों को खाने से शरीर मनुष्य के शरीर में संक्रमण फैल सकता है।
आयुर्वेद के अनुसार, सावन में मीट या अल्कोहल का सेवन करने से इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है। ऐसे में सावन माह में नॅानवेज और अल्कोहल से दूरी बनानी चाहिए।
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