कम उम्र में बालों के सफेद होने के premature greying कहा जाता है। ऐसा होने के पीछे लाइफस्टाइल से जुड़ी कई आदतें भी शामिल हो सकती हैं।
सफेद बाल छिपाने के लिए कई लोग बालों को कलर करना, मेहंदी लगाना और यहां तक कि इन्हें तोड़ने के उपाय भी अपनाते हैं।
लेकिन सफेद बालों को तोड़ने के आपको कई खामियाजे उठाने पड़ सकते हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
बालों को उखाड़ने की वजह से जड़ों में बैक्टिरीया इन्फेक्शन हो सकता है। इन्फेक्शन की वजह से एक्ने और दूसरी परेशानियां हो सकती हैं।
बालों को जबरदस्ती उखाड़ने की वजह से फॉलिकल्स डैमेज हो सकते हैं, जिस कारण से बालों की ग्रोथ धीमी हो सकती है या वहां बाल उगे ही न ऐसा भी हो सकता है।
बालों को जड़ों से निकालने की वजह से स्कैल्प में इरिटेशन होने का खतरा रहता है। इस वजह से रैशेज, खुजली जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
बालों को बार-बार उखाड़ने की वजह से उस जगह पर हाइपरपिग्मेंटेशन होने का जोखिम रहता है। इस कारण से आपकी स्कैल्प को नुकसान पहुंच सकता है।
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