कबूतर एक बेहद कॉमन पक्षी है, जो बेहद शांत होते हैं। लेकिन, ये इंसानों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा भी पैदा कर सकते हैं।
कबूतरों के मल, पंख और लार में मौजूद कुछ फंगस और बैक्टीरिया हानिकारक बीमारियों का कारण बन सकते हैं, जिनमें से कुछ जानलेवा भी हो सकती हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि घर में कबूतर आने से फेफड़ों से जुड़ी कौन-सी बीमारियां हो सकती हैं? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
यह बीमारी हिस्टोप्लाज्मा कैप्सुलाट नाम के फंगस के कारण होती है, जो कबूतरों के मल में पाया जाता है। जब यह मल सूख जाता है और हवा में मिल जाता है।
इससे बुखार, खांसी, सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। गंभीर मामलों में यह बीमारी जानलेवा भी हो सकती है।
यह बीमारी क्रिप्टोकोकस नियोफॉर्मन्स फंगस के कारण होती है, जो कबूतरों के मल में पाया जाता है। यह खतरनाक बीमारियां की लिस्ट में शामिल है।
यह बीमारी फेफड़ों को प्रभावित करती है। इसके अलावा, यह दिमाग और नर्वस सिस्टम को भी नुकसान पहुंचा सकती है।
यह बीमारी क्लैमाइडिया साइटैसी बैक्टीरिया के कारण होती है, जो कबूतरों के मल और पंखों में पाया जाता है। इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, सूखी खांसी और मांसपेशियों में दर्द शामिल हैं।
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