सनातन धर्म में फुलेरा दूज का विशेष महत्व होता है। इस दिन शिव जी की पूजा होती है। आइए जानते हैं कि फुलेरा दूज कब है?
पंचांग के अनुसार, इस साल 01 मार्च को फुलेरा दूज मनाई जाएगी। इस दिन से भगवान श्रीकृष्ण ने फूलों की होली खेलने की शुरुआत की थी।
पंचांग के अनुसार, फुलेरा दूज की शुरुआत 01 मार्च को रात 03 बजकर 16 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 02 मार्च को देर रात 12 बजकर 09 मिनट पर होगा।
ज्योतिषियों के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर शुभ, साध्य, त्रिपुष्कर योग और शिववास योग का भी संयोग बन रहा है।
इस दिन शुभ योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक की मनोकामना पूरी होने लगती है। इसके साथ ही, सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
फुलेरा दूज पर नारायण को माखन मिश्री, खीर, फल और मिठाई का भोग लगाना चाहिए। इसमें तुलसी दल भी शामिल करना चाहिए।
फुलेरा दूज पर पूजा करते समय ॐ नमः भगवते वासुदेवाय कृष्णाय क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।
फुलेरा दूज पर भगवान विष्णु की पूजा करने से कार्य में सफलता के योग बनते हैं। इसके साथ ही, धन से जुड़ी समस्याएं दूर होने लगती हैं।
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