डायबिटिज़ में खाने का चयन करते वक्त बेहद सावधान रहना होता है, खासतौर पर अगर आप उपवास कर रहे हैं। व्रत के दौरान ब्लड शुगर के स्तर को भी बनाए रखना ज़रूरी है।
डायबिटिज़ है, तो कुट्टू या सिंघाड़े के आटे की रोटी खाएं। सिंघाड़े का आटा फाइबर से भरपूर होता है, जिसे पचाना आसान है। इससे चीनी के रिलीज़ की गति को धीमी होती है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर नहीं बढ़ता।
नवरात्र में उपवास में डायबिटीज़ के मरीज़ अपनी आम डाइट फॉलो कर सकते हैं। उन्हें सिर्फ कुट्टू या सिंघाड़े का आटा ही डाइट में शामिल करना है। यह हेल्दी भी हैं डायबिटीज़ में सुरक्षित भी।
कोशिश करें कि डाइट के ज़रिए शरीर में तरह-तरह के प्रोटीन जाएं। अगर आप व्रत रख रहे हैं, तो दालों का सेवन नहीं कर सकेंगे। इसलिए इस समय दूध, दही, पनीर जैसे प्रोटीन ज़रूर खाने चाहिए।
डायबिटीज़ के मरीज़ जौ या इससे बने खाद्य पदार्थों का भी आनंद ले सकते हैं। मधुमेह रोगियों के लिए जौ फायदेमंद होता है।
व्रत में ज़्यादातर चीज़ें जो खाई जाती हैं, उनमें आलू ज़रूर होता है। डायबिटीज़ होने पर आलू का सेवन सही नहीं है, इसलिए इसे दही या किसी दूसरी सब्ज़ी के साथ खाया जा सकता है। आलू की मात्रा भी सीमित ही रखें
व्रत के दौरान काफी तला हुआ खाना भी खाया जाता है। ऐसे खाने से दूर रहें। अगर आपको डायबिटीज़ है, तो व्रत से पहले डाइट प्लान तैयार कर लें और उसी को फॉलो करें, ताकि आप इस दौरान भी हेल्दी रहें।