वहीदा रहमान का नाम हिंदी सिनेमा की सबसे सफल अभिनेत्रियों में शुमार है। वहीदा रहमान का जन्म 3 फरवरी 1938 को तमिलनाडु के चेंगलपोट में हुआ था। वह आज अपना 86वां जन्मदिन मना रही हैं।
वहीदा रहमान ने अपने करियर के दौरान 90 से अधिक फीचर फिल्में की हैं। सिनेमा में किए गए उनके बेहतरीन अभिनय के कारण उन्हें एक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और तीन फिल्मफेयर अवार्ड दिए गए हैं।
वहीदा रहमान को साल 2021 में दादा साहेब फाल्के अवार्ड से सम्मानित किया गया, हालांकि यह पुरस्कार उन्हें 2023 में दिया गया। इसके साथ ही साल 1972 में वहीदा रहमान को पद्मश्री और 2011 में पद्मभूषण पुरस्कार दिया गया। वहीदा रहमान के करियर की कुछ बेहद शानदार फिल्मों की बात करेंगे, जो आपको जरूर देखनी चाहिए।
वहीदा के करियर की शुरुआत एक तमिल फिल्म रोजुलु मारायु से हुई, बाद में वहीदा ने गुरुदत्त के साथ साल 1957 में ‘प्यासा’ की, उसके बाद साल 1959 में ‘कागज के फूल’ की, जिससे उन्हें खूब प्रसिद्धि मिली।
साल 1960 में आई यह फिल्म वहीदा के करियर को एक नया आयाम देने में सफल रही, इस फिल्म का निर्देशन मोहम्मद सादिक ने किया था। वहीदा के करियर की सबसे सफल फिल्मों की लिस्ट में इसका नाम शुमार है।
अबरार अल्वी द्वारा निर्देशित यह फिल्म साल 1962 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई, इस फिल्म में वहीदा के किरदार की खूब सराहना हुई।
विजय आनंद के लेखन और निर्देशन में बनी यह फिल्म साल 1965 में रिलीज हुई, फिल्म में वहीदा का रोल बहुत सराहा गया और इसी के चलते उन्हें पहली बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला।
वहीदा ने अपने लंबे और सफल करियर में लगभग सभी तरह की फिल्मों में काम किया, वहीदा ने रोमांटिक फिल्म ‘नीलकमल’, कॉमेडी फिल्म ‘राम और श्याम’, क्राइम फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ में रोल किया। वहीदा के खाते में ‘त्रिशूल’, ‘मशाल’, ‘चांदनी’, ’लम्हे’, ’नमकीन’ और ’नमक हलाल’ जैसी फिल्में शामिल हैं।
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