दुनियाभर में भारत अपनी अनूठी संस्कृति और परंपरा के लिए जाना जाता है। यहां की कला और संस्कृति पूरी दुनिया से लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती है।
आज हम आपको 3 ऐसी इमारतों के बारे में बताएंगे, जिन्हें महिला दिवस के मौके पर देखना चाहिए। इन इमारतों को महिला शासकों ने ही बनवाया था। आइए इन इमारतों के बारे में जानें।
देश की राजधानी में कई ऐसी ऐतिहासिक इमारतें मौजूद हैं, जिनका दीदार करने दूर-दूर से लोग यहां आते हैं। हुमायूं का मकबरा इन्हीं में से एक है, जिसे 1565 और 1572 के बीच बनवाया गया था।
फारसी वास्तुकला के मिश्रण की मिसाल देते इस मकबरे को हुमायूं की पत्नी हामिदा बानू बेगम, जिन्हें हाजी बेगम के नाम से भी जाना जाता है, ने बनवाया था।
यह देश का पहला उद्यान-मकबरा था और इसने एक नया चलन शुरू किया था। इस मकबरे में हुमायूं सहित कई मुगल शासकों के अवशेष रखे हुए हैं।
जौनपुर में स्थित लाल दरवाजा मस्जिद का निर्माण सन 1447 में बीबी राजे ने करवाया था। बीबी राजे सुल्तान महमूद शर्की की रानी थीं।
यह मस्जिद संत सैय्यद अली दाऊद कुतुबुद्दीन को समर्पित थी। इस मस्जिद का डिजाइन और इसकी शैली ‘अटाला मस्जिद’ से काफी मिलती-जुलती है।
आगरा में स्थित इतिमाद-उद-दौला को मिनी ताज महल के नाम से जाना जाता है। यह मकबरा एक बेटी की ओर से अपने पिता के लिए बनवाया गया था।
सम्राट जहांगीर की पत्नी, महारानी नूरजहां ने 1622 और 1628 के बीच अपने पिता मीर गयास बेग के याद में इस बेहतरीन संगमरमर के मकबरे का निर्माण करवाया था।