इस दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि बाधाओं को दूर करने के लिए मां कालरात्रि की पूजा कैसे करें?
इस दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। तंत्र-मंत्र का साधक मां कालरात्रि की विशेष पूजा करते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि मां कालरात्रि की पूजा करने से व्यक्ति भय से मुक्त हो जाता है। इसके अलावा अकाल मृत्यु से भी रक्षा होती है।
नवरात्रि का सातवां दिन मां कालरात्रि का विशेष दिन माना जाता है। इस दिन मध्य रात्रि में मां काली की उपासना करना अच्छा माना जाता है।
पूजन स्थल पर अच्छे से साफ-सफाई करने के बाद चौकी पर लाल रंग के कपड़े पर मां काली की मूर्ति रखें।
मां कालरात्रि को उनका पसंदीदा फूल चढ़ाना चाहिए। इस दिन रातरानी का फूल चढ़ाना सबसे अच्छा माना जाता है।
मां कालिका को गुड़ बेहद पसंद होता है। फूल चढ़ाने के बाद गुड़ का अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से बाधा दूर होने लगती है।
भोग लगाने के बाद कपूर का दीपक जलाकर आरती करनी चाहिए। इसके बाद लाल चंदन की माला से जाप करना चाहिए।
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