दिवाली पर्व का विशेष महत्व है। 5 दिनों तक चलने वाले इस त्योहार का शुभारंभ धनतेरस के दिन से होता है और भाई दूज के दिन इसका समापन होता है।
दिवाली प्रकाश का पर्व है, इस दिन लोग दीपक जलाते हैं। वास्तु में दीपक जलाने के कुछ नियम बताए गए हैं, इन नियमों के अनुसार ही दीपक जलाना चाहिए, जिससे माता लक्ष्मी की कृपा बरकरार रहे।
दीपावली के दिन सरसों के तेल का दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। सरसों के तेल का दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
कोशिश करें कि पहला दीपक किसी मंदिर में जलाएं और फिर घर के मंदिर में दीपक जलाकर पूजा करें फिर अन्य जगहों पर दीपक रखें।
इस दिन तुलसी के पास दीपक जलाएं, ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे घर की नेगेटिव एनर्जी दूर होती है और घर में सुख-शांति का वास होता है।
वास्तु के मुताबिक, जिस थाली में दीपक रखे जाते हैं, उसमें सोने या चांदी के आभूषण रखें, ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
दीपक रखते समय ध्यान रहे कि दीपक का मुख दक्षिण दिशा की ओर नहीं होना चाहिए, इससे अशुभ प्रभाव पड़ता है।
दीपक जलाने के लिए पूर्व दिशा बहुत शुभ मानी जाती है। इस दिशा में दीपक जलाने से माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
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