जब आसमान बहुत ठंडा हो जाता है, तो हवा में मौजूद पानी की बूंदे जमकर बर्फ के छोटे-छोटे टुकड़ों में बदल जाती हैं।
ये टुकड़े नीचे गिरते हैं और जमीन पर बर्फ के रूप में जमा हो जाते हैं और इसे ही हम बर्फबारी कहते हैं, जो पर्यावरण के लिए बहुत जरूरी है।
आज हम आपको बताएंगे कि आखिर पहाड़ी इलाकों में ही क्यों होती है बर्फबारी? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने के सवाल के जवाब की अगर बात करें, तो इसका सीधा सा जवाब ऊंचाई है।
समुद्र तल से जितनी ऊंचाई पर हम जाएंगे, तापमान उतना ही कम होता जाएगा। पहाड़ों की ऊंचाई इतनी होती है कि वहां का तापमान हमेशा ही ठंडा रहता है।
जब बादलों में मौजूद पानी इन ठंडे इलाकों से गुजरता है, तो वह बर्फ के छोटे-छोटे टुकड़ों में बदल जाता है और धरती पर बर्फ के रूप में गिरता है।
जब आसमान से बर्फ गिरती है, तो यह कई चरणों से गुजरती है और जब भी बर्फबारी होती है, तो वहां का नजारा देखने लायक होता है।
पहाड़ी इलाकों में ऊंचाई के कारण बर्फबारी होती है। लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com