आज के इस डिजिटल युग में फोन और लैपटॉप हमारी लाइफ का अहम अंग बन गए हैं। वहीं, जब किसी का फोन आता है, तो हम सबसे पहले हैलो कहते हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि आखिर फोन उठाते समय हैलो क्यों कहा जाता है? आइए इसके बारे में विस्तार से जानें, ताकि आपको सही जानकारी हो सकें।
हैलो शब्द की शुरुआत 19वीं शताब्दी में हुई। इससे पहले फोन पर बात करने के लिए अहोय शब्द का इस्तेमाल किया जाता था।
बल्ब के आविष्कारक थॉमस एडिसन ने साल 1877 में फोन पर बातचीत शुरू करने के लिए हैलो शब्द के इस्तेमाल का सुझाव दिया।
एडिसन का मानना था कि यह शब्द स्पष्ट और आसानी से सुनाई देने वाला है। धीरे-धीरे यह प्रचलन में आ गया और आज पूरी दुनिया इसी शब्द का इस्तेमाल करती है।
हम आशा करते हैं कि आपने इस बात की जानकारी हासिल कर ली होगी कि फोन उठाते समय हैलो क्यों कहते हैं। अब यह जान लेते हैं कि मोबाइल से जुड़ी किन बातों का ख्याल रखें।
आपको मोबाइल चलाते समय बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें क्योंकि लंबे समय तक फोन की स्क्रीन देखने से आपकी आंखों पर नेगेटिव असर पड़ सकता है।
ज्यादा देर तक मोबाइल से आप डिप्रेशन के शिकार हो सकते हैं। वहीं, आपके सिर में भी दर्द हो सकता है। बेहतर होगा कि आप फोन से दूरी बनाएं।
लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं। लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com