जानिए क्या है चक्रवात के नामकरण का इतिहास ?


By Mahak Singh25, Oct 2022 01:47 PMjagran.com

अजब-गजब नाम

विनाशकारी चक्रवातों के भी अजब-गजब नाम होते हैं, चौंकिए मत कटरीना, बुलबुल, लिसा, पॉलिन, लैरी, हुदहुद, निसारगा, अम्फान और निवार जैसे नाम चक्रवातों के नाम हैं।

परंपरा

तूफानों के नामकरण की परंपरा अमेरिका में 1950 के दशक में शुरू हुई, जिसके पहले कहा जाता है कि नाविकों ने तूफानों का नाम अपनी प्रेमिकाओं के नाम पर रखते थे।

नामकरण की प्रथा

भारत और उसके पड़ोसी देशों में चक्रवातों के नामकरण की प्रथा वर्ष 2000 के बाद शुरू हुई।

नामकरण

भारत सहित 13 देश क्रमिक रूप से चक्रवात का नामकरण करते हैं।

25 साल तक के लिए नामों की सूची तैयार

25 वर्षों के लिए बनी इस सूची को बनाते समय यह माना जाता है कि कि हर साल कम से कम पांच चक्रवात आएंगे, जिसके आधार पर सूची में नामों की संख्या तय की जाती है।

गति के आधार पर नाम

तूफान का नाम उसकी गति पर निर्भर करता है, उसी तूफान का नामकरण होता है, जिसकी गति कम से कम 63 किलोमीटर प्रति घंटा हो।

क्यों रखा जाता है नाम

चक्रवातों का नाम लोगों को आसानी से पहचानने में मदद करने के लिए रखा गया है, क्योंकि संख्याओं और तकनीकी शब्दों को याद रखना मुश्किल होगा।