कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर छोटी दीवाली का त्योहार मनाया जाता है, जिसे नरक चतुर्दशी और रूप चौदस के नाम से भी जाना जाता है।
पूरे देशभर में 30 अक्टूबर को छोटी दीवाली मनाई जा रही है। आज हम आपको छोटी दीवाली की पूजा का शुभ मुहूर्त, तिथि और महत्व के बारे में जानें।
छोटी दीवाली पर पूजा के 2 शुभ मुहूर्त रहेंगे। पहला मुहूर्त: सुबह 5:15 से लेकर सुबह 6:32 तक होगा। तो वहीं दूसरा मुहूर्त: शाम 5:35 से लेकर शाम 6:50 तक होगा।
छोटी दीवाली पर सुबह उठकर तिल का तेल लगाकर स्नान करना चाहिए। इसके बाद धूप-दीप जलाकर हनुमान जी की विधिपूर्वक पूजा करें।
भक्ति भाव से हनुमान चालीसा का पाठ और आरती करें। छोटी दीवाली की शाम को यम के नाम का दीपक जलाया जाता है।
घर के प्रवेश द्वार पर शाम को चार दिशाओं वाला आटे का दीपक जलाएं। दीपक दक्षिण मुखी होना चाहिए।
छोटी दीवाली पर श्री कृष्ण ने नरकासुर नाम के असुर का वध किया था। इसके चलते उन्होंने नरकासुर के अत्याचारों से 16 हजार महिलाओं और तीनों लोकों को मुक्ति दिलाई थी।
आप इन शुभ मुहूर्त के अनुसार दीवाली की पूजा कर सकते हैं। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com