हस्तरेखा शास्त्र में हाथों की रेखाओं के बारे में विस्तार से बताया गया है, जिन्हें देखकर स्वभाव, भूत, भविष्य के आदि के बारे में बताया जा सकता है।
हस्तरेखा ज्योतिष में मस्तिष्क रेखा को बेहद अहम माना जाता है। यह रेखा जीवन रेखा के बाद दूसरी सबसे महत्वपूर्ण रेखा होती है।
मस्तिष्क रेखा जीवन रेखा के ऊपर अंगूठे और तर्जनी उंगली के बीच की रेखा होती है।
अगर मस्तिष्क रेखा और जीवन रेखा दोनों एक ही जगह से प्रारंभ हो रही है तो ऐसा व्यक्ति बुद्धिमान और बेहद ज्ञानी होता है।
जिन लोगों की मस्तिष्क रेखा और जीवन रेखा में जरा सा भी अंतर होता है ऐसे लोग खुले विचारों वाले होते हैं।
ऐसे लोग अपने साहस और आत्मविश्वास के दम पर निर्णय लेते हैं और काम में सफलता प्राप्त करते हैं।
जिन लोगों की मस्तिष्क रेखा अंत में हृदय रेखा के करीब होती ऐसी रेखा वाले लोगों के व्यक्तिगत संबंध अच्छे होते हैं।
जिस व्यक्ति के हथेली में दो मस्तिष्क रेखा होती है ऐसे व्यक्ति की मानसिक क्षमता बहुत मजबूत होती है। ऐसे लोग खूब तरक्की करते हैं।
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