इस माह में मांगलिक कार्यों को करना वर्जित होता है। आइए जानते हैं कि खरमास का समापन कब होगा और मांगलिक कार्यों की शुरुआत कब से होगी?
इस माह की शुरुआत 16 दिसंबर 2023 से हुई थी। इसी दिन से धार्मिक और मांगलिक कार्यों पर रोक लग गई थी। वहीं, खरमास के सामपन के बाद फिर से मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे।
मकर संक्रांति के दिन 15 जनवरी को 02 बजकर 32 मिनट पर सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद धार्मिक कार्य शुरू हो जाएगा।
इस माह का समापन मकर संक्रांति 15 जनवरी 2024 के दिन होगा। इस दिन से सूर्य उत्तर दिशा की तरफ जाने लगते हैं। मकर संक्रांति से देवी-देवताओं का दिन शुरू होने लगता है।
खरमास में मांगलिक कार्य करना वर्जित होता है। 15 जनवरी 2024 को खरमास के समापन के बाद मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे।
मांगलिक कार्य की सफलता के लिए गुरु और सूर्य ग्रह की शुभता जरूरी होती है। खरमास में दोनों ग्रह कमजोर हो जाते हैं।
इस माह में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से जीवन में धन की कमी नहीं होती है और परिवार के सदस्य तरक्की करते हैं।
खरमास के सामपन पर मकर संक्रांति के दिन दान करने का विशेष महत्व होता है। इस दिन जरूरतमंद लोगों को कंबल, काला तिल और खिचड़ी दान करना चाहिए।
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