तुलसी के पौधे में एकादशी, रविवार को छोड़कर नियमित रूप से जल अर्पित करना चाहिए।
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को देवी के समान माना जाता है। इसलिए बिना स्नान किए पत्तियों को नहीं छूना चाहिए।
तुलसी की पत्तियां तोड़ने से पहले देवी का ध्यान करके हाथ जोड़े और उनसे पत्ती तोड़ने की कामना करें।
तुलसी की पत्तियों को एकादशी, रविवार, चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण के दिन नहीं तोड़ना चाहिए।
तुलसी की पत्तियों को सूर्यास्त के बाद बिल्कुल भी नहीं तोड़ना चाहिए। इसे अशुभ माना जाता है।
तुलसी की पत्तियों को कभी भी नाखून के द्वारा नहीं तोड़ना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती है।
तुलसी की पत्ती तोड़ते समय हमेशा एक-एक पत्ती ही तोड़नी चाहिए। कभी भी एक साथ या फिर पूरी डंठल न तोड़े।
तुलसी की मंजरी को जब भी तोड़े, तो इस बात का ध्यान रखें कि उसके साथ कुछ पत्तियां भी जरूर हो।