चाणक्य नीति, आचार्य चाणक्य द्वारा रचित एक नीति ग्रन्थ है। नीतिपरक ग्रन्थों में चाणक्य नीति का महत्त्वपूर्ण स्थान माना गया है।
ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि चाणक्य के अनुसार एक बुद्धिमान व्यक्ति को अपने जीवन में क्या गलती नहीं करनी चाहिए।
चाणक्य नीति में कहा गया है कि एक बुद्धिमान व्यक्ति को हमेशा शक्तिशाली शत्रु और कमजोर मित्र से सतर्क रहना चाहिए।
चाणक्य जी यह भी कहते हैं कि सुखी और सफल रहने के लिए व्यक्ति को हमेशा सच बोलना चाहिए और, सोच-समझकर खर्च करना चाहिए।
जिस स्थान पर आपका आदर न हो या फिर जहां कमाई और ज्ञान का कोई साधन न हो, ऐसे स्थान को तुरंत छोड़ देना चाहिए।
इसके साथ ही ऐसे स्थान पर भी रहने का कोई लाभ नहीं है, जहां कोई मित्र और रिश्तेदार न हो। ऐसे स्थान को छोड़ने में ही भलाई है।
चाणक्य के अनुसार जिस प्रकार दो पंखों की सहायता से कोई पक्षी आकाश में उड़ पाता हैं।
उसी तरह कर्म और ज्ञान रूपी दो पंखों के आधार पर इंसान भी सफलता के आकाश में उड़ने सकता है।
एक बुद्धिमान व्यक्ति को हमेशा इन बातों को फॉलो करना चाहिए। अध्यात्म से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com