यूपीआई लेनदेन में भारत ने नया रिकॉर्ड बनाया है। जुलाई 2022 में भारत में सबसे ज्यादा यूपीआई लेनदेन हुए हैं, जिसका आंकड़ा 6 बिलियन यानी 600 करोड़ से ज्यादा था। पार कर गया।
नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई माह में 6.28 बिलियन लेनदेन हुए हैं, जो करीब 10.62 ट्रिलियन है, जो पिछले साल के मुकाबले दोगुना है।
करीब 3 साल पहले 2016 में पहली यूपीआई पेमेंट सिस्टम लॉन्च किया गया था। पहली बार साल 2019 के अक्टूबर माह में भारत ने 1 बिलियन लेनदेन के आंकड़े को पार किया था।
एक साल बाद अक्टूबर 2020 में करीब यूपीआई लेनदेन की करीब 2 बिलियन हो गए हैं। इसके 10 माह बाद अगस्त 2021 में यूपीआई लेनदेन का आंकड़ा 3 बिलियन हो गया।
तीन माह बाद नवंबर 2021 में यूपीआई लेनदेन का आंकड़ा 4 बिलियन हो गया। इसके अगले 6 माह में मार्च 2022 में आंकड़ा पहुंचकर 5 बिलियन प्रतिमाह हो गया।
बाद नवंबर 2022 में यूपीआई लेनदेन का आंकड़ा 1 बिलियन बढ़कर 6 बिलियन हो गया। कोविड-19 महामारी के दौरान डिजिटल लेनदेन के मामले में जोरदार इजाफा दर्ज किया गया।
वित्त वर्ष 2022 में 46 बिलियन से ज्यादा यूपीआई लेनदेन हुआ, जिसकी कीमत करीब 84.17 ट्रिलियन रुपये रही। वित्त वर्ष 2021 में 22.28 बिलियन लेनदेन हुए, जिसकी कीमत करीब 41.03 ट्रिलियन रुपये रही, जो वित्त वर
वित्त वर्ष 2022 में 46 बिलियन से ज्यादा यूपीआई लेनदेन हुआ, जिसकी कीमत करीब 84.17 ट्रिलियन रुपये रही। वित्त वर्ष 2021 में 22.28 बिलियन लेनदेन हुए, जिसकी कीमत करीब 41.03 ट्रिलियन रुपये रही। अगले 5