हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक जन्माष्टमी मनाई जाती है, इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की विधि-विधान से पूजा की जाती है।
ज्येष्ठ माह की मासिक जन्माष्टमी 30 मई को मनाई जाएगी, भक्तगण इस दिन व्रत का पालन भी करते हैं। इस दिन व्रत का पालन करने से कई लाभ मिलते हैं।
इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के साथ राधा रानी की भी पूजा की जाती है, ऐसा करने से घर में खुशहाली आती है और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
मासिक जन्माष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठें और उसके बाद लड्डू गोपाल का पंचामृत से अभिषेक करें, अभिषेक करने के लिए दक्षिणावर्ती शंख का प्रयोग करें।
भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करते समय उन्हें मोरपंख और बांसुरी अर्पित करें, ऐसा करने से श्रीकृष्ण प्रसन्न होते हैं और भक्तों को आशीर्वाद देते हैं।
श्रीकृष्ण को माखन-मिश्री बेहद प्रिय है, इसलिए इस दिन माखन-मिश्री का भोग लगाएं, इस भोग में तुलसी दल जरूर मिलाएं।
मासिक जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण की पूजा करते समय गोविन्द दामोदर स्तोत्र का पाठ करें, ऐसा करने से जीवन में खुशियां आती हैं और शुभ फल प्राप्त होते हैं।
मासिक जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण की आरती करें और बाद में प्रसाद वितरित करें। ऐसा करने से श्रीकृष्ण जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
मासिक जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण की विधि-विधान से पूजा करें, धर्म और आध्यात्म से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com