पवित्र सावन महीना चल रहा है। ये महीना भगवान शिव को समर्पित है। इस महीने में भक्तगण भगवान शिव की पूजा, अर्चना करते हैं।
इस महीने में एक शिवरात्रि भी होती है, जिसका विशेष महत्व है। यह सावन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है।
इस साल शिवरात्रि 15 जुलाई को है। शनि प्रदोष व्रत का शुभ संयोग भी इसी दिन बन रहा है।
इस दिन वृद्धि योग सुबह 8 बजकर 22 मिनट तक रहेगा और फिर इसके बाद ध्रुव योग शुरू होगा। ज्योतिष शास्त्र में ये दोनों योग बहुत शुभ माने गए हैं।
15 जुलाई की शाम 8 बजकर 32 मिनट से शुरू होगी और समापन 16 जुलाई को 10 बजकर 8 मिनट पर होगा।
भगवान शिव का जलाभिषेक करना बहुत महत्व रखता है। भगवान शिव का गंगाजल से जलाभिषेक करें।
शिवलिंग पर पंचामृत से अभिषेक करें और बेलपत्र अर्पित करें। इसके अलावा शिव जी को प्रिय धतूरा, भांग, अक्षत, पुष्प व चंदन अर्पित करें।
अब भगवान के सामने दीपक जलाएं और शिव चालीसा का पाठ करें। इसके बाद आरती करें।
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