प्रत्येक हिंदू घर में एक पूजा घर जरूर होता है, जहाँ विभिन्न देवी-देवताओं की मूर्तियाँ स्थापित की जाती हैं, जिनकी ईश्वर के रूप में पूजा की जाती है।
ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में घर में बने पूजा स्थान को महत्वपूर्ण स्थान माना गया है।
वास्तु शास्त्र में पूजा घर से जुड़े कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करने से घर में सुख-समृद्धि का वास रहता है और देवी-देवता प्रसन्न रहते हैं।
आइए जानते हैं पूजा घर से जुड़े वास्तु नियमों के बारे में।
वास्तु शास्त्र के अनुसार बिना स्नान किए भगवान की मूर्ति को स्पर्श नहीं करना चाहिए और पूजा घर में प्रतिदिन दीपक जलाना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मंदिर में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते समय इस बात का ध्यान रखें कि वह नृत्य मुद्रा में न हो।
पूजा घर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
पूजा घर में कभी भी राहु-केतु, शनिदेव और काली माता की मूर्ति नहीं रखनी चाहिए।
वास्तु के अनुसार पूजा घर में किसी भी देवी-देवता की खंडित मूर्ति या तस्वीर नहीं रखनी चाहिए, ऐसा करने से जीवन में कई परेशानियां आ सकती हैं।