15वां पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप भारत की मेजबानी में 13 जनवरी से भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में खेला जाएगा।
भारत ने अब तक 14 बार हॉकी वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया है, लेकिन वह सिर्फ 1975 में अजीत पाल सिंह की कप्तानी में एक बार ही चैंपियन बन सका। आइए एक नजर हॉकी वर्ल्ड कप के इतिहास पर डालते हैं।
हॉकी वर्ल्ड कप की शुरुआत 1971 में हुई थी। पहला वर्ल्ड कप स्पेन के बार्सिलोना में खेला गया, जिसमें पाकिस्तान विश्व चैंपियन और भारत तीसरे स्थान पर रहा।
1973 में नीदरलैंड के एम्सटेलवीन में दूसरा हॉकी वर्ल्ड कप खेला गया था। इसमें कुल 12 टीमों ने हिस्सा लिया था और फाइनल मैच नीदरलैंड ने जीता। भारत दूसरे स्थान पर रहा।
1975 में मलेशिया के कुआलालंपुर में हॉकी का तीसरा वर्ल्ड कप खेला गया। इस टूर्नामेंट में भी कुल 12 टीमों ने हिस्सा लिया था और फाइनल में पाकिस्तान को हराकर भारत विश्व चैंपियन बना।
1978 में भारत छठे स्थान पर, 1982 में पांचवें पायदान और 1986 में भारत 12वें नंबर पर रहा।
1990 में भारत 10वें पायदान पर, 1994 में पांचवें नंबर और 1998 में भारत नौवें नंबर पर रहा।
2002 में भारत 10वें नंबर पर, 2006 में 11वें पायदान और 2010 में भारत आठवें नंबर पर रहा।
2014 में भारत 9वें पायदान पर और 2018 में भारत छठे नंबर पर रहा।