सनातन धर्म में होलिका दहन का विशेष महत्व होता है। इस दिन पूजा-पाठ करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। आइए जानते हैं कि होलिका दहन की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए?
पंचांग के अनुसार, इस साल होलिका दहन 13 मार्च 2025 यानी आज किया जाएगा। इस दौरान होलिका की अग्नि में कई चीजें डालनी चाहिए।
पंचांग के अनुसार, होलिका दहन के लिए 13 मार्च को रात 11 बजकर 26 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 30 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहेगा।
होलिका दहन के दौरान जलती हुई अग्नि की 5-7 बार परिक्रमा करनी चाहिए। इस दौरान होलिका दहन में कई चीजें अर्पित करें।
होलिका दहन की सात बार परिक्रमा करने से जीवन में आने वाली नकारात्मकता दूर होने लगती है। इसके साथ ही, सुख-समृद्धि का आगमन भी होता है।
इस राख को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखना शुभ होता है। इससे परिवार के सदस्य तरक्की करते हैं और कंगाली से छुटकारा मिलता है।
होलिका की राख को तिजोरी में रखने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगती है। इसके साथ ही, कारोबार में भी लाभ होता है।
होलिका दहन करते समय अग्नि में गोबर के उपले, गेंहू की बाली और सूखा नारियल डालना चाहिए। इससे व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होने लगती हैं।
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