बेल पत्र भगवान शिव को बेहद प्रिय होता है। इसे शिव जी की पूजा में विशेष रूप से इस्तेमाल किया जाता है। शिव जी को बेल पत्र अर्पित करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
सोमवार और प्रदोष व्रत का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। इन दिनों में शिव जी की विशेष रूप से पूजा की जाती है और बेल पत्र अर्पित किया जाता है।
शिव जी को बेल पत्र अर्पित करने के कुछ नियम भी बताए गए हैं। इन नियमों का पालन करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
शिवलिंग पर बेल पत्र अर्पित करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि वह तीन पत्ती वाला हो। ऐसा न होने पर अपूर्ण माना जाता है।
शिवलिंग पर 3,5, 7, 11 बेल पत्र अर्पित करने शुभ माने जाते हैं। इस दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखें कि बेल पत्र कटे-फटे न हों।
पूजा में ताजे बेल पत्रों का इस्तेमाल करना चाहिए। कई दिनों का पुराना बेल पत्र पूजा में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
अगर पूजा करते समय बेल पत्र नहीं है तो पहले से शिव जी पर चढ़ा हुआ बेल पत्र धोकर उन्हें फिर से अर्पित कर सकते हैं।
बेल पत्र अर्पित करते समय ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से शिव जी की कृपा प्राप्त होती है और मंगल कामनाएं प्राप्त होती हैं।
शिवलिंग पर 3,5,7,11 की संख्या में बेल पत्र अर्पित करनी चाहिए। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com