भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में इस बार कांस्य पदक अपने नाम किया है। भारतीय टीम लगातार दूसरी बार कांस्य पदक जीतने में सफल रही है।
इसी के साथ भारत के दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने हॉकी से संन्यास की घोषणा की है। श्रीजेश के आखिरी मुकाबले में टीम ने स्पेन को 2-1 से मात दी।
श्रीजेश ने स्पेन के खिलाफ इस मुकाबले में शानदार बचाव किया और टीम को जीत दिलाई। इस मुकाबले में विपक्षी टीम को 9 पेनॉल्टी कार्नर मिले।
पीआर श्रीजेश ने 9 पेनॉल्टी कॉर्नर में से एक भी गोल में तब्दील नहीं होने दिया। इसके लिए श्रीजेश की जितनी भी तारीफ की जाए, कम है।
वहीं, साल 2021 में हुए टोक्यो ओलंपिक में भी श्रीजेश ने शानदार प्रदर्शन किया था और टीम को 41 सालों बाद हॉकी में मेडल दिलाया था।
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय टीम ने जर्मनी को मात दी थी। इसके बाद सभी भारतीय खुशी से झूम उठे। श्रीजेश की आंखे नम थीं।
पीआर श्रीजेश ने कहा कि यह विदा लेने का सही समय है। गोलकीपर ने आगे कहा कि टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है और यह मैच मेरे लिए यादगार है।
श्रीजेश ने इंटरनेशनल करियर में 335 मुकाबले खेले हैं। श्रीजेश के खाते में 2 ओलंपिक मेडल, एशियन गेम्स और एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में गोल्ड मेडल और कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल है।
श्रीजेश को भारतीय हॉकी में दीवार की संज्ञा दी गई है। इसके साथ ही उन्हें अर्जुन पुरस्कार और पद्मश्री भी दिया गया है। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com