आमतौर पर हम सोते समय सिर्फ आरामदायक मुद्रा में सोने को ही प्राथमिकता देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नींद की मुद्रा का हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है?
ऐसे में आज हम आपको विभिन्न नींद की मुद्राओं, उनके फायदे और नुकसान, और बेहतर नींद के लिए कुछ टिप्स पर चर्चा करेंगे।
गर्भवती महिलाओं और सीने में जलन, गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स या आंत की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए यह सबसे अच्छी मुद्रा है।
दिल के मरीजों को हृदय पर दबाव कम करने के लिए दाहिनी ओर करवट लेकर सोना चाहिए।
यह मुद्रा स्लीप एपनिया का कारण बन सकती है, जिसमें सांस लेने में रुकावट आती है. यह बीमारी डायबिटीज, मोटापा जैसे गंभीर बीमारी के जोखिम को बढ़ा देती है।
इस पोजीशन में सोने से गर्दन और पीठ में दर्द, रीढ़ की हड्डी में झुकना और चेहरे पर झुर्रियां पड़ सकती हैं।
अपनी स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार उपयुक्त मुद्रा चुनें। पेट के बल सोने वालों को गर्दन के नीचे तकिया नहीं लगाना चाहिए।
जबकि पीठ के बल सोने वालों को घुटनों के नीचे तकिया लगाना चाहिए। सुनिश्चित करें कि आपका बिस्तर आरामदायक और सपोर्टिव हो।
सोने से पहले शराब और कैफीन का सेवन न करें। लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com